देवी धूमावती आखिर क्यों रहती है अतृप्त और भूखी?

मां धूमावती को भूखी देवी माना जाता है, इसीलिए कभी भी इनकी पूजा बिना भोग के नहीं करनी चाहिए. सूखी रोटी पर नमक लगाकर भी मां का भोग लगाया जा सकता है. कहा जाता है कि मां को रोटी भी बहुत प्रिय है. जिस पर भी मां की कृपा बरस जाती है उनके सभी कष्ट कट…

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नागा साधु या योद्धा सन्यासी

नागा साधु या योद्धा सन्यासी नगाओं के प्रमुख पांच गुरु माने गए हैं,जिनमे से भगवान शंकर, विष्णु, शक्ति, सूर्य और गणेश हैं। सबसे पहले वेद व्यास जी ने संगठित रूप से वनवासी संन्यासी परंपरा शुरू की थी। उनके बाद सुकरदेव जी ने फिर अनेक ऋषि और संतो के बाद आदि शंकराचार्य जी ने चार मठ…

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